केंद्रीय मंत्री रवनीत सिंह बिट्टू बुधवार को चंडीगढ़ में पंजाब सीएम हाउस पहुंचे। यहां गाड़ी पार्किंग को लेकर हंगामा हो गया। चंडीगढ़ पुलिस ने उन्हें रोकने का प्रयास किया। जिसके बाद बिट्टू के सुरक्षाकर्मियों के साथ पुलिस की धक्का-मुक्की भी हुई।
इस दाैरान बिट्टू ने कहा कि पंजाब के सीएम ने लुधियाना यूनिवर्सिटी में खाली कुर्सियां रखवाईं और मजाक उड़ाते हुए कहा कि कोई उनसे बहस नहीं कर सकता। आज मैं सीएम हाउस के बाहर बहस के लिए खड़ा हूं, लेकिन वह छिपे हुए हैं… मैं पिछले 15 दिनों से उनसे मिलने का समय मांग रहा हूं… आज साबित हो गया कि सीएम किसी का सामना करने के काबिल नहीं हैं।
बिट्टू ने कहा कि भगवंत मान सरकार ने मेरी पार्टी के लोगों को परेशान किया है। दिल्ली चुनाव और कपूरथला हाउस में हुई कार्रवाई के बाद वे बौखला गए हैं। मेरे परिवार को परेशान किया गया और मेरी पार्टी के लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई। उन्होंने एससी/एसटी के मामले लगाए और विभाजन पैदा करने की कोशिश की। मैं भगवंत मान से संपर्क करने और उनसे मिलने का समय लेने की कोशिश कर रहा हूं… अब मैं उनसे बात करने के लिए सीएम आवास आया हूं।
एक सवाल के जवाब में बिट्टू ने कहा कि किसी भी पार्टी का मुखिया ही तय करता है कि सीएम कौन होगा। क्या कोई सीएम खुद कहता है कि वह सीएम रहेगा? अगर केजरीवाल कहते हैं कि उनके सीएम भगवंत मान हैं, तो यह समझ में आता है… भगवंत मान कैसे तय कर सकते हैं कि वह सीएम होंगे, केजरीवाल नहीं?
बिट्टू ने कहा कि मनीष सिसोदिया जीरकपुर से पंजाब में दाखिल हुए और रास्ते में स्कूलों का निरीक्षण करते हुए गुरदासपुर पहुंचे… दिल्ली के सभी नेता यहां आकर सभी विभागों को अपने हाथ में ले रहे हैं। मैं केवल पंजाब के लोगों को यह दिखाना चाहता था कि वह (पंजाब के सीएम) मीडिया के सामने केवल चुटकुले सुना सकते हैं, लेकिन जब वह किसी से आमने-सामने होते हैं तो कुछ नहीं बोल सकते।