जिन लोगों ने अपराध और भ्रष्टाचार को बढ़ावा दिया, उन्हें इसपर सवाल करने का नैतिक अधिकार नहीं – मलविंदर कंग

बिक्रम मजीठिया के आरोपों को आम आदमी पार्टी(आप) ने सिरे से खारिज किया और कहा कि मजीठिया के द्वारा लगाए गए सभी आरोप बेबुनियाद और बेतुके हैं। उनकी बातों का सच्चाई से कोई लेना देना नहीं है। मीडिया में बने रहने के लिए वह अक्सर ऐसे बेबुनियाद आरोप लगाते हैं।

सोमवार को चंडीगढ़ पार्टी मुख्यालय में प्रवक्ता नील गर्ग और रमन चंदी के साथ प्रेस कॉन्फ्रेंस को संबोधित करते हुए ‘आप’ पंजाब के मुख्य प्रवक्ता मलविंदर सिंह कंग ने कहा कि जिन लोगों ने खुद अपराध, भ्रष्टाचार और माफिया को बढ़ावा दिया, उन्हें इसपर हमसे सवाल करने का कोई नैतिक अधिकार नहीं है।

विक्रम मजीठिया को जवाब देते हुए कंग ने कहा कि पंजाब में कानून व्यवस्था की स्थिति अकाली दल कि सरकार ने खराब किया। बादल सरकार के दौरान अमृतसर में यूथ अकाली दल के गुंडे ने मजीठिया जिंदाबाद के नारे लगाते हुए एक पुलिस कर्मचारी की बेटी की हत्या कर दी थी। अकाली सरकार के समय ही रेत माफिया का जन्म हुआ। बादल परिवार और उनकी सरकार ने पंजाब को अपराध, नशा, माफिया और गैंगवार की राजधानी बना दिया था।

अब मान सरकार भ्रष्टाचार अपराध और माफिया को खत्म कर रही है। उन पर सख्त कार्रवाई कर रही हैं। कंग ने बिक्रम मजीठिया को चुनौती दी कि अगर हिम्मत है तो एक भी आम आदमी पार्टी के विधायक या मंत्री के गैंगस्टर या माफिया के साथ जुड़े होने का सबूत पेश करके दिखाएं।

अजनाला की घटना पर कंग ने कहा कि इन लोगों को दुख है कि वहां पंजाब पुलिस ने बेअदबी की कोशिश को नाकाम कर दिया। पंजाब पुलिस के जवानों ने बेहद बहादुरी और धैर्य से काम लिया जो काबिले तारीफ है। हमारे जवानों खुद शारीरिक प्रताड़ना झेलकर पंजाब को आग लगने से बचाया।

अमृतपल पर उन्होंने कहा कि उसकी असलियत उस दिन पंजाब के लोगों को पता चल गया। अब लोग उसके चक्कर में कभी नहीं पड़ने वाले। मनीष सिसोदिया पर कंग ने कहा कि उनपर लगाए सारे मामले फर्जी है। दरअसल नरेंद्र मोदी आम आदमी पार्टी और अरविंद केजरीवाल से डर गए हैं, इसीलिए ईडी सीबीआई के माध्यम से आप नेताओं को परेशान कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि भाजपा वाले कहते हैं कि मनीष सिसोदिया ने दस हजार करोड़ का घोटाला किया। अगर घोटाला हुआ तो साल भर में इतने छापे हुए, इतने पूछताछ हुए, लेकिन कुछ मिला क्यों नहीं?

प्रेस कांफ्रेंस में मौजूद नील गर्ग ने कहा कि मनीष सिसोदिया को गिरफ्तार करना प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की तानाशाही रवैया को दर्शाता है। अगर मोदी सरकार को भ्रष्टाचार की इतनी ही चिंता है तो अडानी के खिलाफ ईडी-सीबीआई जांच क्यों नहीं की? यह बदले की भावना से की गई कार्रवाई है।

More From Author

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *