कोठे खंजुरां गांव के पास गुरुवार को जगराओं पुलिस के साथ हुई मुठभेड़ में फिरोजपुर निवासी गैंगस्टर जगतार सिंह उर्फ जग्गा गोली लगने से घायल हो गया। आरोप है कि जग्गा अपने साथी के साथ अर्श दल्ला की ओर से जगराओं के एक व्यवसायी से रंगदारी वसूलने आया था।
गृह मंत्रालय द्वारा दल्ला को ‘नामित आतंकवादी’ घोषित किया गया है। पुलिस ने मुखबिर की सूचना पर कार्रवाई करते हुए जाल बिछाया। पुलिस टीम को देख जग्गा ने उन पर फायरिंग कर दी जवाबी कार्रवाई में पुलिस कर्मियों ने भी फायरिंग कर दी। इससे जग्गा के पैर में गोली लग गई। उसे गिरफ्तार कर लिया गया, लेकिन उसका साथी मोटरसाइकिल पर भागने में सफल रहा।
सूत्रों के मुताबिक, व्यवसायी के पास अंतरराष्ट्रीय नंबर से फोन आ रहे थे और गैंगस्टर दल्ला बनकर फोन करने वाला 20 लाख रुपये की रंगदारी मांग रहा था। पीड़ित ने फोन करने वाले को समझा दिया कि वह अपनी आर्थिक मजबूरियों के चलते डेढ़ लाख रुपये ही दे सकता है।
जैसे ही व्यवसायी ने पैसे दिए, पुलिस पार्टी ने आरोपी का पीछा करना शुरू कर दिया और मुठभेड़ शुरू हो गई। लुधियाना (ग्रामीण) के एसएसपी हरजीत सिंह ने कहा कि प्रारंभिक जांच से पता चलता है कि जबरन वसूली दल्ला और उसके सहयोगियों द्वारा की गई थी।
उन्होंने कहा कि उन्होंने मनीला स्थित दल्ला, जग्गा, गैंगस्टर मनप्रीत पीटा और अमरीक सिंह के खिलाफ हत्या के प्रयास और जबरन वसूली का मामला दर्ज किया था। एसएसपी ने कहा कि जग्गा के साथी को पकड़ने के लिए छापेमारी की जा रही है।
गौरतलब है कि दल्ला ने 4 जनवरी को जगराओं के बिजली मिस्त्री परमजीत सिंह की हत्या की जिम्मेदारी भी ली थी। इस घटना के बाद गैंगस्टर पीटा का एक कथित ऑडियो संदेश वायरल हुआ था जिसमें उसने कहा था कि उसे और दल्ला को इस बारे में जानकारी नहीं थी। जबरन वसूली और पकड़ा गया व्यक्ति गैंगस्टर नहीं था।