लगभग ढाई साल बाद राज्य की राजधानी को आखिरकार आज सुबह दिल्ली से जुब्बरहट्टी हवाई अड्डे पर एलायंस एयर के विमान के उतरने के साथ हवाई सफर बहाल हुआ। हालांकि उड़ानें 6 सितंबर को फिर से शुरू होनी थीं, लेकिन खराब मौसम ने उड़ानों की बहाली में बाधा डाली।
मुख्यमंत्री जय राम ठाकुर ने मंडी जिले के सिराज के बगसियाद गांव से वस्तुतः उड़ान का उद्घाटन किया। केंद्रीय नागरिक उड्डयन राज्य मंत्री, जनरल वीके सिंह (सेवानिवृत्त) ने भी वस्तुतः दिल्ली से कार्यक्रम में भाग लिया।
मुख्यमंत्री ने कहा कि हिमाचल प्रदेश जैसे पहाड़ी राज्य में कनेक्टिविटी एक बड़ी चुनौती है और सरकार हवाई संपर्क बढ़ाने के प्रयास कर रही है। तकनीकी कारणों से शिमला हवाईअड्डे से करीब दो साल से उड़ानें संचालित नहीं हो सकीं। सरकार के प्रयासों और केंद्रीय नागरिक उड्डयन मंत्रालय के सहयोग से शिमला और दिल्ली के बीच एलायंस एयर की उड़ानें अब सप्ताह में सातों दिन संचालित की जाएंगी।
ठाकुर ने कहा कि एटीआर-42-600 विमान 48 यात्रियों को दिल्ली से शिमला ले जाएगा जबकि वापसी की उड़ान में अधिकतम संख्या 24 होगी। उन्होंने कहा कि इन उड़ानों में 50 प्रतिशत सीटों पर 2,480 रुपये का रियायती किराया होगा।
मुख्यमंत्री ने कहा कि मंडी में प्रस्तावित अंतरराष्ट्रीय ग्रीनफील्ड हवाई अड्डे के संबंध में विभिन्न औपचारिकताएं प्राथमिकता के आधार पर पूरी की जा रही हैं और सरकार इस ड्रीम प्रोजेक्ट को हकीकत में बदलने की पूरी कोशिश कर रही है। यह फ्लाइट सिर्फ दिल्ली को ही नहीं बल्कि धर्मशाला और कुल्लू को भी जोड़ेगी। एयर एलायंस ने एक नया फिक्स्ड विंग विमान एटीआर -42 (600) हासिल किया जिसे शिमला-दिल्ली-शिमला के बीच सेवा में लगाया गया है।
उड़ानों को फिर से शुरू करने से पर्यटन उद्योग को एक बड़ा बढ़ावा मिलेगा, जो कोविड के बाद ‘बीमार’ रहा है। शिमला से उड़ानों को फिर से शुरू करना होटल व्यवसायियों की लंबे समय से लंबित मांग रही है और इसके लॉन्च, विशेष रूप से त्योहारी सीजन के दौरान, पर्यटन को एक बड़ा बढ़ावा देने की उम्मीद है।