शिरोमणि अकाली दल (शिअद) ने आज भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के बार-बार के इस दावे पर आश्चर्य व्यक्त किया कि जब शिरोमणि अकाली दल द्वारा ऐसी कोई इच्छा नहीं जताई गई थी तो वह उसके साथ गठबंधन नहीं करेगा।
इस मुद्दे पर भाजपा द्वारा बार-बार दिए जाने वाले बयानों पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए अकाली दल के प्रवक्ता और वरिष्ठ नेता महेश इंदर सिंह ग्रेवाल ने कहा, “शिअद का पंजाब में बहुजन समाज पार्टी (बसपा) के साथ गठबंधन है। गठबंधन अच्छा कर रहा है, भाजपा सहित किसी अन्य पार्टी के साथ का कोई प्रस्ताव नहीं है। अकाली दल ने कभी भी भाजपा के साथ भविष्य के गठबंधन के बारे में बात नहीं की है और बीजेपी को हर रोज इस मुद्दे पर अटकलें बंद करनी चाहिए।
ग्रेवाल ने भाजपा को यह भी याद दिलाया कि शिरोमणि अकाली दल ने भगवा पार्टी के साथ अपने गठबंधन को सिद्धांत के आधार पर तोड़ दिया था, जब अकाली दल ने संसद में कृषि पर तीन काले कानूनों के माध्यम से अपने गठबंधन सहयोगी या अकाली दल के साथ चर्चा किए बिना ‘अन्नदाता’ के साथ विश्वासघात किया था। इसके बाद भाजपा ने पंजाब और सिख समुदाय दोनों के नुकसान के लिए एक के बाद एक फैसले लिए हैं, जिसके परिणामस्वरूप पंजाबियों में बेचैनी की भावना पैदा हुई है।
उन्होंने कहा कि इनमें प्रमुख है शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी (एसजीपीसी) को तोड़कर हरियाणा के लिए अलग गुरुद्वारा कमेटी बनाकर एसजीपीसी चुनावों में दखल देना। उन्होंने कहा कि भाजपा के नेतृत्व वाली केंद्र सरकार भी श्री गुरु नानक देव जी की 550वीं जयंती पर प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा की गई प्रतिबद्धता से पीछे हट गई है कि सभी बंदी सिंह को रिहा कर दिया जाएगा। इससे सिख समुदाय में पीड़ा हुई है।