केंद्रीय गृह राज्य मंत्री नित्यानंद राय द्वारा आज राज्यसभा में पेश किए गए आंकड़ों के अनुसार, देश भर के 16 अन्य राज्यों की तुलना में पंजाब में अपराध दर कम है।
लुधियाना से सांसद (राज्य सभा) संजीव अरोड़ा द्वारा पूछे गए देश में अपराध दर के बारे में पूछे गए एक सवाल के जवाब में केंद्रीय मंत्री ने अपराध के आंकड़े पेश किए। अरोड़ा ने पूछा था कि पिछले पांच वर्षों में देश में अपराध की दर में अंतर कैसे आया है, साथ ही राज्यवार और श्रेणीवार विवरण भी मांगा है।
प्रति 1,00,000 जनसंख्या पर वार्षिक अपराध दर वाले राज्यों की सूची में पंजाब 17वें नंबर पर है। पंजाब में अपराध दर कर्नाटक में 244.4, हिमाचल प्रदेश में 254.3, मिजोरम में 262.2, उत्तर प्रदेश में 262.4, उत्तराखंड में 304.9, ओडिशा में 339.4, राजस्थान में 357.6, छत्तीसगढ़ में 373.7, असम में 379.0, आंध्र में 420.4 से बेहतर है। प्रदेश में 420.5, तेलंगाना में 433.5, मध्य प्रदेश में 560.8, हरियाणा में 697.3, तमिलनाडु में 989.5, गुजरात में 1044.2 और केरल में 1477.2 है।
मंत्री ने भारतीय दंड संहिता (आईपीसी) और विशेष और स्थानीय कानूनों (एसएलएल) के तहत विभिन्न संज्ञेय अपराधों के लिए अपराध दर का राज्यवार विवरण दिया।
आंकड़ों के अनुसार, उच्चतम अपराध दर (1477.2) केरल में मौजूद है और सबसे कम अपराध दर (67.2) नागालैंड में मौजूद है। पंजाब में, अपराध दर अपने पड़ोसी राज्यों हरियाणा (697.3), राजस्थान (254.3) और हिमाचल प्रदेश (357.6) की तुलना में 242.0 थी।
उन्होंने उम्मीद जताई कि माननीय मुख्यमंत्री पंजाब श्री भगवंत मान के कुशल नेतृत्व में राज्य सरकार द्वारा उठाए जा रहे कड़े कदमों से अपराध दर में और सुधार आएगा। उन्होंने स्पष्ट रूप से कहा कि कुछ अप्रिय घटनाओं को छोड़कर राज्य में कानून व्यवस्था की स्थिति पूरी तरह से नियंत्रण में है।