पंजाब के पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) गौरव यादव ने गैंगस्टर दीपक टीनू के मनसा में पुलिस हिरासत से भागने की पूरी साजिश का पर्दाफाश करने और इस मामले की प्रभावी और त्वरित जांच सुनिश्चित करने के लिए मंगलवार को चार सदस्यीय विशेष जांच दल (एसआईटी) का गठन किया है।
एसआईटी में पुलिस महानिरीक्षक (आईजीपी) पटियाला रेंज एमएस छिना अध्यक्ष के रूप में शामिल हैं, जबकि तीन सदस्यों में एआईजी एंटी-गैंगस्टर टास्क फोर्स (एजीटीएफ) ओपिंदरजीत सिंह, एसएसपी मनसा गौरव तोरा और डीएसपी एजीटीएफ बिक्रमजीत सिंह बराड़ शामिल हैं। थाना प्रभारी (एसएचओ) पुलिस थाना सिटी-1 मानसा एसआईटी को पूरी सहायता प्रदान करेगा, जबकि एसआईटी बठिंडा और पटियाला रेंज के किसी अन्य अधिकारी को भी सहायता के लिए सहयोजित कर सकती है।
डीजीपी गौरव यादव ने बताया कि इस मामले की जांच पूरी गति से चल रही है और पुलिस की कई टीमें फरार व्यक्ति को पकड़ने के लिए छापेमारी कर रही हैं।
पंजाब पुलिस ने सक्रिय रुख अपनाते हुए मनसा के सीआईए इंचार्ज प्रितपाल सिंह को तुरंत सस्पेंड कर दिया और उनके खिलाफ फर्स्ट इंफॉर्मेशन रिपोर्ट (एफआईआर) दर्ज की गई। आरोपी सिपाही को भी अनुच्छेद 311 के तहत सेवा से बर्खास्त कर दिया गया था।
डीजीपी ने कहा कि एसआईटी इस मामले की दिन-प्रतिदिन जांच करेगी और जिन लोगों के खिलाफ सबूत रिकॉर्ड में आएंगे उन्हें गिरफ्तार किया जाएगा और संबंधित अदालत में उनके खिलाफ पुलिस रिपोर्ट पेश की जाएगी। इस बीच, एसआईटी को जल्द से जल्द जांच पूरी करने का निर्देश दिया गया है।