शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी (एसजीपीसी) के अध्यक्ष एडवोकेट हरजिंदर सिंह धामी ने महाराष्ट्र के नांदेड़ स्थित तख्त सचखंड श्री हजूर अबचलनगर साहिब के गुरुद्वारा बोर्ड के प्रशासक के रूप में एक गैर-सिख अधिकारी की नियुक्ति पर कड़ी आपत्ति जताई है और इसे वापस लेने की मांग की है।
एसजीपीसी अध्यक्ष ने महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री (सीएम) एकनाथ संभाजी शिंदे को पत्र लिखकर अपनी आपत्ति दर्ज कराई है।
एसजीपीसी अध्यक्ष हरजिंदर सिंह धामी ने कहा कि गुरुद्वारा बोर्ड, तख्त सचखंड श्री हजूर अबचलनगर साहिब, नांदेड़ के प्रशासक के रूप में एक गैर-सिख अधिकारी की नियुक्ति सिख भावनाओं और मर्यादा (आचार संहिता) के अनुरूप नहीं है।
उन्होंने कहा कि महाराष्ट्र सरकार के इस फैसले के खिलाफ सिख संगत (समुदाय) में बड़ी नाराजगी है। उन्होंने कहा कि सिख समुदाय में तख्तों (सत्ता की सीटें) की भूमिका नेतृत्व करना और समय-समय पर निर्देश देना है। सिख मर्यादा के कार्यान्वयन के कारण, किसी भी गैर-सिख व्यक्ति को तख्त के प्रबंधन बोर्ड के प्रशासक के रूप में स्वीकार नहीं किया जा सकता है।
उन्होंने सवाल उठाया कि कोई गैर सिख व्यक्ति सिख भावनाओं के अनुरूप गुरुद्वारों का प्रबंधन कैसे चला सकता है।