रोजी-रोटी के लिए मस्कट गए करीब दो दर्जन भारतीयों को कंपनी ने काम का वीजा नहीं होने के कारण हिरासत में लिया है और कथित तौर पर वीजा शुल्क के लिए पैसे की मांग कर रहे हैं।
कथित तौर पर भूख से मर रहे युवकों ने पिछले हफ्ते से पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान से मदद की गुहार लगाई है। युवकों में एक निहाल सिंह वाला और एक बाघापुराण का है।
उन्होंने निहाल सिंह वाला के आम आदमी पार्टी के सर्कल प्रभारी राजपाल सिंह को वीडियो के जरिए संबोधित करते हुए बताया कि वह एजेंटों को 60 से 90 हजार रुपये प्रति व्यक्ति का भुगतान कर मस्कट गए थे।
एजेंट विज़िटर वीज़ा पर भेजे गए। कंपनी कथित तौर पर वर्क परमिट नहीं होने पर प्रति व्यक्ति नब्बे हजार रुपये की मांग कर रही है और एक सप्ताह से खाना भी नहीं दिया है।
फंसे हुए युवकों में सुखविंदर सिंह गुरदासपुर, गुरलाल सिंह मानसा, जसकरण सिंह बाघापुराना और जगदीप सिंह निहाल सिंह वाला शामिल हैं। बाकी यूपी, वे बिहार और अन्य राज्यों से हैं।
पीड़ित युवक ने एक वीडियो के जरिए पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान से उनकी मदद करने, उनकी देश वापसी सुनिश्चित करने और फर्जी एजेंटों के खिलाफ कार्रवाई करने की मांग की। आप के अंचल प्रभारी राजपाल सिंह ने बताया कि विधायक मनजीत सिंह बिलासपुर के माध्यम से मुख्यमंत्री से संपर्क कर युवक की रिहाई के लिए हर संभव प्रयास किया जा रहा है।