नगर परिषद और स्थानीय पुलिस की संयुक्त टीम ने शुक्रवार को यहां कालका रोड पर 48 दुकानों को ध्वस्त कर दिया। दुकानों का निर्माण महर्षि वाल्मीकि ट्रस्ट की जमीन पर किया गया था, जो कि आलो गैंग के सरगना और सरगना सुनील दुलगच का है और जो वर्तमान में गुरुग्राम की भोंडसी जेल में बंद है। कार्रवाई को ड्रग पेडलर्स और वांछित अपराधियों के खिलाफ एक अभियान का हिस्सा बताया गया है।
सूत्रों ने कहा कि एमसी ने सुबह 11 बजे शुरू हुआ और पांच घंटे से अधिक समय तक चले विध्वंस अभियान को अंजाम देने से पहले दुकानदारों को नोटिस देकर दुकानें खाली करवा दीं। इमारतों को गिराने के लिए चार जेसीबी मशीनों का इस्तेमाल किया गया था। आरोप है कि बिना उचित अनुमति के सभी दुकानों का निर्माण कराया गया और दुकानदार इनका मासिक किराया दे रहे थे।
तोड़फोड़ की सूचना मिलते ही कांग्रेस विधायक चिरंजीव राव मौके पर पहुंचे और दुकानदारों से बातचीत की। बाद में मीडिया से बात करते हुए उन्होंने तोड़फोड़ की कार्रवाई को ‘अनुचित’ बताते हुए उसकी निंदा की।
गौरतलब है कि हरियाणा पुलिस और स्थानीय निकायों ने हाल ही में सिरसा, भिवानी, रोहतक, करनाल, फरीदाबाद, गुरुग्राम, हिसार और राज्य के कुछ अन्य हिस्सों में सरकारी जमीन पर अवैध रूप से बने कई घरों और दुकानों को पहले ही ध्वस्त कर दिया है।