रामा मंडी के सतनामपुरा में सोमवार देर रात हुई फायरिंग में एक व्यक्ति की मौत हो गयी जबकि एक अन्य घायल हो गया।
मृतका की पहचान रुड़का गांव निवासी रविंदर कुमार उर्फ सोनू और घायल सतनामपुरा निवासी बुजुर्ग महिला कुलजीत कौर के रूप में हुई है।
जानकारी के अनुसार, गैंगस्टर लॉरेंस बिश्नोई का करीबी बताया जा रहा सोनू किसी काम से कुलजीत कौर के बेटे बलजिंदर सिंह औलख से मिलने उसके घर आया था। बलजिंदर बाउंसर मुहैया कराने वाली कंपनी का मालिक था और सोनू उसके यहां काम करता था।
फायरिंग कथित तौर पर बलजिंदर के चचेरे भाई और पंजाब यूनाइटेड ड्राइवर यूनियन के अध्यक्ष गुरमीत सिंह औलख द्वारा शुरू की गई थी। बलजिंदर अपनी मां और सोनू के साथ अपने घर के गेट पर खड़ा था, जब आरोपी आया और उसकी कार ने वहां खड़ी एक मोटरसाइकिल को टक्कर मार दी। कहासुनी हुई और गुरमीत ने कथित तौर पर अपनी लाइसेंसी रिवाल्वर से गोली चला दी।
आरोपियों ने तीन-चार गोलियां चलाईं, जिनमें से एक गोली सोनू के सीने में लगी और दूसरी कुलजीत कौर के पैर में लगी, जबकि बलजिंदर खुद को बचाने में कामयाब रहा। घायलों को नजदीकी अस्पताल ले जाया गया जहां डॉक्टरों ने सोनू को मृत घोषित कर दिया जबकि कुलजीत कौर का इलाज चल रहा है।
फायरिंग के बाद बलजिंदर और गुरमीत के बीच हाथापाई हुई और दोनों के सिर में मामूली चोटें आईं। आरोपी ने तीन-चार गोलियां चलाईं, जिनमें से एक सोनू के सीने में लगी और दूसरी कुलजीत कौर के पैर में लगी, जबकि बलजिंदर खुद को बचाने में कामयाब रहा।
घायलों को नजदीकी अस्पताल ले जाया गया जहां डॉक्टरों ने सोनू को मृत घोषित कर दिया जबकि कुलजीत कौर का इलाज चल रहा है। फायरिंग के बाद बलजिंदर और गुरमीत के बीच हाथापाई हो गई और दोनों के सिर में मामूली चोटें आईं।
एसीपी (सेंट्रल) निर्मल सिंह ने कहा कि गुरमीत और बलजिंदर सतनामपुरा में अगल-बगल के घरों में रह रहे थे। उन्होंने कहा कि स्थानीय लोगों ने बताया कि दोनों के बीच किसी निजी मामले को लेकर रंजिश थी और अक्सर लड़ाई होती थी।
उन्होंने कहा कि गुरमीत को एक निजी अस्पताल से गिरफ्तार किया गया जहां वह सिर में लगी चोट का इलाज कराने गया था। उसके खिलाफ रामा मंडी थाने में आईपीसी की धारा 302 व 307 व आम्र्स एक्ट की धारा 25 व 27 के तहत मामला दर्ज किया गया है।