इंडिया टुडे की रिपोर्ट के अनुसार प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) कनाडा-अमेरिका सीमा पार कर भारतीय नागरिकों की तस्करी से जुड़े मनी लॉन्ड्रिंग मामले में कुछ खास कनाडाई कॉलेजों और भारतीय संगठनों की कथित भागीदारी की जांच कर रहा है। प्रवर्तन निदेशालय ने अहमदाबाद पुलिस द्वारा भावेश अशोकभाई पटेल और कई अन्य के खिलाफ दर्ज की गई प्राथमिकी (एफआईआर) के बाद अपनी जांच शुरू की।
पटेल पर आरोप है कि उन्होंने गैरकानूनी तरीके से कनाडा के रास्ते भारतीय नागरिकों की तस्करी कर अमेरिका में भेजने की योजना बनाई। यह मामला मनी लॉन्ड्रिंग रोकथाम अधिनियम (पीएमएलए) के आपराधिक कानूनों के तहत दर्ज किया गया है। रिपोर्ट के अनुसार, आरोपियों ने तस्करी अभियान के तहत लोगों को कनाडा के कॉलेजों और विश्वविद्यालयों में प्रवेश दिलाने में भूमिका निभाई। इन व्यक्तियों ने कनाडाई छात्र वीजा मांगा था; हालांकि, कनाडा पहुंचने पर वे निर्दिष्ट संस्थानों में दाखिला लेने में विफल रहे। इसके बजाय, वे अवैध तरीके से सीमा पार कर अमेरिका में घुस गए।