एनआरआई मामलों के मंत्री कुलदीप सिंह धालीवाल ने कनाडा में आव्रजन धोखाधड़ी में फंसे और निर्वासन के मामलों का सामना करने वाले 700 छात्रों पर केंद्र सरकार के हस्तक्षेप की मांग की।
मंत्री ने मांग की कि उन्हें उनके वतन नहीं लौटाया जाना चाहिए और उनके वीजा को ध्यान में रखते हुए वर्क परमिट दिया जाना चाहिए।
उन्होंने कहा कि पंजाब सरकार ने जालसाज ट्रैवल एजेंट, जिसने इतने सारे छात्रों को ठगा है, के लिए विदेश मंत्री को पत्र लिखा है, मैं देश के गृह मंत्री अमित शाह से भी अनुरोध करता हूं कि इस मामले में हमारा सहयोग करें ताकि यह ट्रैवल एजेंट कर सके धोखाधड़ी के इस मामले में कड़ी से कड़ी सजा दी जाए।
उन्होंने कहा कि केंद्रीय मंत्री को लिखे पत्र में मैंने उनसे मिलने का समय भी मांगा है ताकि व्यक्तिगत रूप से पूरे मामले को केंद्र सरकार के ध्यान में लाया जा सके। उन्होंने कहा कि देश के कानून सख्त होने चाहिए ताकि मानव तस्करी से जुड़ी ऐसी घटनाएं न हों।
धालीवाल ने पंजाब के लोगों से यह भी अपील की कि वे किसी भी देश में जाने या अपने बच्चे को भेजने से पहले जिस कॉलेज में दाखिला लिया है उसका विवरण और आपका मामला रखने वाले ट्रैवल एजेंट का रिकॉर्ड जरूर चेक कर लें।
एक सवाल के जवाब में धालीवाल ने कहा कि इंडोनेशिया में फांसी की सजा पाए युवक का मामला 26 जून से फिर से शुरू हो रहा है और उम्मीद है कि युवक इस मामले में बरी हो जाएगा।
उन्होंने कहा कि भारत के विदेश मंत्रालय ने कल हमारे साथ इस संबंध में जानकारी साझा की थी और वे इस मामले को इंडोनेशियाई सरकार के सामने उठा रहे हैं।