महाराजा रणजीत सिंह की पुण्यतिथि : शेर-ए-पंजाब महाराजा रणजीत सिंह की 184वीं पुण्य तिथि मनाने के लिए मुख्यमंत्री भगवंत मान के नेतृत्व वाली पंजाब सरकार ने गुरुवार को उनके पैतृक गांव बडरुखां में एक राज्य स्तरीय समारोह का आयोजन किया।
समारोह की अध्यक्षता करने आए कैबिनेट मंत्री अमन अरोड़ा ने महाराजा रणजीत सिंह जी की प्रतिमा पर पुष्पांजलि अर्पित की, जो हाल ही में पंजाब सरकार द्वारा बडरुखां में स्थापित की गई थी।
इस मौके पर कैबिनेट मंत्री ने कहा कि महाराजा रणजीत सिंह जी बहुत गहरे, मजबूत और पवित्र कदम छोड़ गये हैं, जिसका अंदाजा उनके शासन करने के तरीके से ही लगाया जा सकता है।
अनाज मंडी बडरूखां में आयोजित राज्य स्तरीय कार्यक्रम के दौरान एक विशाल जनसमूह को संबोधित करते हुए कैबिनेट मंत्री अमन अरोड़ा ने कहा कि महाराजा रणजीत सिंह ने साहसिक तरीके से सिख साम्राज्य की स्थापना की थी जिसके बाद वह न केवल सिखों के बल्कि लोगों के भी राजा बने। उनकी धर्मनिरपेक्ष सोच के कारण सभी संप्रदायों ने उन्हें अपना महाराजा बनाया।
उन्होंने कहा कि आज मुख्यमंत्री भगवंत मान के नेतृत्व वाली पंजाब सरकार महाराजा रणजीत सिंह के नक्शेकदम पर चलते हुए सभी को एक समान मानने और बिना किसी भेदभाव के सभी को अधिकार और न्याय देने और सर्वांगीण विकास जैसे सिद्धांतों को अपनाने के लिए दिन-रात काम कर रही है। .
उन्होंने कहा कि मान सरकार और उसके अधिकारी स्वयं गांवों में लोगों तक पहुंच कर उनकी कठिनाइयों को कम कर रहे हैं, जो पिछली सरकारों के कार्यकाल में शीर्ष पर था।
उन्होंने कहा कि इसके साथ ही मान सरकार राज्य को महाराजा रणजीत सिंह की कल्पना के अनुरूप ‘रंगला पंजाब’ बनाने के लिए ठोस प्रयास कर रही है।
कैबिनेट मंत्री ने कहा कि भ्रष्टाचार पर अंकुश लगाने के लिए पिछले पंद्रह महीनों के दौरान मान सरकार द्वारा 300 से अधिक गिरफ्तारियां की गई हैं।
उन्होंने कहा कि मान सरकार लगातार स्वास्थ्य और शिक्षा के क्षेत्र में क्रांतिकारी सुधार ला रही है। उन्होंने कहा कि इसी तर्ज पर सुनाम विधानसभा क्षेत्र में भी समग्र विकास सुनिश्चित किया जा रहा है।
उन्होंने कहा कि करोड़ रुपये की नहरी जल परियोजनाएं। सुनाम निर्वाचन क्षेत्र में 68 करोड़ रुपये की लागत से चल रहे विकास कार्यों से किसानों को बड़ी राहत मिली है क्योंकि लगभग तीन से चार दशकों के बाद नहर का पानी खेतों तक पहुंच गया है।
कैबिनेट मंत्री अमन अरोड़ा ने कहा कि मान सरकार द्वारा गांव बडरूखां में करीब चार करोड़ की लागत से विकास कार्य पहले से ही चल रहे हैं, जिनमें 10 लाख रुपये की लागत से मेमोरियल गेट, 30 लाख रुपये की लागत से लाइब्रेरी, 30 लाख रुपये की लागत से हेल्थ वेलनेस सेंटर, 2 करोड़ 67 लाख. 29 लाख रुपये की लागत से नहर जल परियोजना शामिल हैं।
उन्होंने कहा कि एक करोड़ रुपये की लागत से गांव बडरूखां के थापर मॉडल पर आधारित तालाबों का जीर्णोद्धार भी शीघ्र शुरू किया जा रहा है। इस मौके पर उन्होंने मुख्यमंत्री भगवंत मान की ओर से गांव के अन्य विकास कार्यों के लिए एक करोड़ रुपये की अनुदान राशि देने की भी घोषणा की।