मुख्यमंत्री भगवंत मान ने खेदान वतन के समापन पर खेल में राज्य के गौरव को बहाल करने का संकल्प लिया

अगले साल फिर से मिलने के वादे के साथ, लगभग तीन महीने तक चलने वाले खेल ‘खेदान वतन पंजाब दिया’ का समापन गुरुवार को स्थानीय गुरु नानक स्टेडियम में हुआ। इस मौके पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान ने राज्य के प्राचीन गौरव को बहाल करने की कसम खाई।

मुख्यमंत्री मान ने खेलों के दौरान राज्य स्तर पर स्वर्ण, रजत और कांस्य पदक प्राप्त करने वाले 9961 खिलाडिय़ों के बैंक खातों में 6.85 करोड़ रुपये की नकद राशि डिजिटल रूप से हस्तांतरित करने के बाद उपस्थित लोगों को संबोधित करते हुए सभी खिलाड़ियों को उनकी शानदार सफलता के लिए बधाई दी। उन्होंने कहा कि स्वर्ण पदक विजेता के खाते में 10 हजार रुपये नकद, रजत पदक विजेता के खाते में 7000 रुपये और कांस्य पदक विजेता के खाते में 5000 रुपये का हस्तांतरण किया गया है। सीएम भगवंत मान ने कहा कि राज्य के कोने-कोने में खेल गतिविधियों को बढ़ावा देने के लिए हर साल ये खेल आयोजित किए जाएंगे।

मुख्यमंत्री ने पटियाला, लुधियाना और एसएएस नगर की टीमों को राज्य स्तरीय खेलों में क्रमश: 202, 133 और 123 स्वर्ण पदक के साथ पहला, दूसरा और तीसरा स्थान हासिल करने पर सम्मानित किया। उन्होंने अमृतसर, बरनाला, फरीदकोट, जालंधर, लुधियाना, पटियाला, रूपनगर, एसएएस नगर और संगरूर सहित नौ जिलों को अपने जिलों में सफलतापूर्वक राज्य स्तरीय खेलों के आयोजन के लिए सम्मानित किया। सीएम भगवंत मान ने खेल मंत्री गुरमीत सिंह मीत हेयर को इन खेलों के सफल समापन पर बधाई दी।

लगभग तीन महीने तक चलने वाले इस भव्य खेल आयोजन की परिणति की घोषणा करते हुए मुख्यमंत्री मान ने कहा कि यह बहुत गर्व और संतोष की बात है कि इस मेगा आयोजन में विभिन्न छह आयु वर्ग के तीन लाख से अधिक खिलाड़ियों ने भाग लिया है। उन्होंने कहा कि इन खिलाड़ियों ने 28 खेल श्रेणियों में प्रखंड से लेकर राज्य स्तर तक की विभिन्न प्रतियोगिताओं में भाग लिया है। सीएम भगवंत मान ने यह भी घोषणा की कि राज्य सरकार विभिन्न सरकारी विभागों में उत्कृष्ट खिलाड़ियों की भर्ती को सर्वोच्च प्राथमिकता देगी।

खेलों में पदक जीतने वाले खिलाड़ियों को बधाई देते हुए मुख्यमंत्री मान ने उनसे अपनी जीत पर गर्व महसूस नहीं करने बल्कि विनम्र बने रहने और अधिक सफलता के लिए कड़ी मेहनत करने का आग्रह किया। उन्होंने कहा कि खेलों को राज्य भर में जबरदस्त प्रतिक्रिया मिली है और युवाओं ने बड़े उत्साह के साथ इसमें भाग लिया है। भगवंत मान ने कहा कि उन्हें यह बताते हुए खुशी हो रही है कि कुछ आयोजनों में भी परिवारों की तीन पीढ़ियों ने इन खेलों में भाग लिया है।

मुख्यमंत्री मान ने कहा कि वह खेल प्रेमी हैं, जिसके कारण वह खेलों को बढ़ावा देने के लिए अथक प्रयास कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि उनकी सरकार ने राष्ट्रमंडल दल के खेलों से लौटते ही उनका अभिनंदन किया था। भगवंत मान ने कल्पना की थी कि वह दिन दूर नहीं जब प्रत्येक खेल में पहले तीन स्लॉट राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर पंजाबियों द्वारा हासिल किए जाएंगे।

मुख्यमंत्री मान ने कहा कि उनकी सरकार ने एक अभूतपूर्व पहल करते हुए शहीद भगत सिंह युवा पुरस्कार को फिर से शुरू किया है, जो हर साल 46 युवाओं को कई क्षेत्रों में उनके उत्कृष्ट योगदान के लिए दिया जाएगा। उन्होंने कहा कि पुरस्कार विजेताओं को प्रशंसा प्रमाण पत्र के साथ 51 हजार रुपये की नकद राशि मिलेगी। भगवंत मान ने शोक व्यक्त किया कि यह पुरस्कार लगभग सात साल पहले रोक दिया गया था लेकिन अब इसे फिर से शुरू किया जाएगा।

मुख्यमंत्री मान ने पंजाब को देश में अग्रणी राज्य बनाने का भी संकल्प लिया। उन्होंने कहा कि उनकी सरकार इस नेक काम के लिए पहले से ही हर संभव प्रयास कर रही है। भगवंत मान ने कल्पना की थी कि संयुक्त प्रयासों से वांछित परिणाम मिलेंगे और राज्य में अभूतपूर्व प्रगति और समृद्धि का युग शुरू होगा।

More From Author

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *