भाजपा आलाकमान आगामी 2024 के लोकसभा चुनावों के साथ-साथ इस वर्ष होने वाले विधानसभा चुनावों की तैयारियों को अंतिम रूप देगा।इन्हें देखते हुए पार्टी और सरकार में बड़ा बदलाव आने की उम्मीद है और आने वाले दिनों में इसे लागू करने की तैयारी की जा रही है। उक्त परिवर्तनों को लागू करते समय, राजस्थान, छत्तीसगढ़, मध्य प्रदेश, कर्नाटक, तेलंगाना, त्रिपुरा, मेघालय, नागालैंड, मिजोरम और जम्मू-कश्मीर जैसे 10 राज्यों/केंद्र शासित प्रदेशों में होने वाले विधानसभा चुनावों को ध्यान में रखा जाएगा।
इसे देखते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भाजपा आलाकमान के साथ मिलकर सरकार और संगठन को अधिक युवा, सक्रिय और समावेशी बनाने का लक्ष्य रखा है, जिसमें सबसे ज्यादा ध्यान महत्वपूर्ण और चुनावी राज्यों के नेताओं पर होगा।
भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा का कार्यकाल भी जनवरी में समाप्त हो रहा है। इसी माह होगी राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक।
नड्डा के कार्यकाल को बढ़ाने की आधिकारिक घोषणा भी इसी महीने होने की उम्मीद है। बीजेपी के सूत्रों के मुताबिक नड्डा का कार्यकाल बढ़ने पर भी पदाधिकारियों और प्रदेश प्रभारियों और सह प्रभारियों में बड़ा बदलाव होने की संभावना है।
वहीं, कहा जा रहा है कि पीएम मोदी मकर संक्रांति यानी 14 जनवरी के बाद कभी भी अपने मंत्रिमंडल में फेरबदल करेंगे, जो “विस्तारवादी और परिवर्तनकारी” दोनों होगा।
सूत्रों ने कहा कि नए और युवा सांसदों को पहले की तरह सरकार में शामिल किया जा सकता है। संसद के बजट सत्र की तारीख अभी तय नहीं हुई है, लेकिन 30-31 जनवरी से शुरू होने की उम्मीद है, जिससे यह विश्वास होता है कि फेरबदल 15-30 जनवरी के बीच किया जा सकता है।
पार्टी ने लगातार तीसरी बार लोकसभा चुनाव जीतने के लिए अपनी रणनीति को मुख्य रूप से सुनियोजित सुधार पर आधारित किया है।