जत्थेदारों को हटाए जाने के विवाद के बीच बलविंदर सिंह भुंडर और विरसा सिंह वल्टोहा समेत अकाली दल के कई वरिष्ठ नेताओं ने वरिष्ठ शिअद नेता बिक्रम सिंह मजीठिया से रिश्ते सुधारने के लिए संपर्क किया है।
जानकारी के अनुसार, वल्टोहा ने 9 मार्च को मजीठिया से मुलाकात की थी, जबकि भुंडर ने 11 मार्च को उनसे मुलाकात की थी।
ये मुलाकातें जत्थेदार रघबीर सिंह को हटाए जाने के बाद मजीठिया द्वारा उनके समर्थन में दिए गए कड़े बयान के मद्देनजर हुई हैं। मजीठिया ने अपने साथियों के साथ मिलकर इस फैसले का खुलकर विरोध किया था, जिससे पार्टी के भीतर तनाव बढ़ गया था।
भुंडर और वल्टोहा की अलग-अलग मुलाकातों से पता चलता है कि स्थिति को संभालने के लिए पर्दे के पीछे से प्रयास किए जा रहे हैं, हालांकि सटीक चर्चाओं का खुलासा नहीं किया गया है।
बादल और मजीठिया के बीच तनाव तब बढ़ गया जब मजीठिया ने शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी के 7 मार्च के फैसले से खुद को अलग कर लिया जिसमें अकाल तख्त जत्थेदार रघबीर सिंह और तख्त केसगढ़ साहिब जत्थेदार सुल्तान सिंह को हटा दिया गया था।