लैंड कस्टम्स स्टेशन, इंटीग्रेटेड चेक पोस्ट (ICP), अटारी में एक विदेशी नागरिक से बरामद बुद्ध की एक पत्थर की मूर्ति, दूसरी-तीसरी शताब्दी सीई से संबंधित दुर्लभ पुरातनता के रूप में निकली।
सितंबर में अमृतसर सीमा शुल्क निवारक आयुक्तालय के अधिकारियों ने प्राचीन पत्थर की मूर्ति को जब्त कर लिया था। मामला भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण (एएसआई) के चंडीगढ़ स्थित कार्यालय के संज्ञान में लाया गया था, क्योंकि यह एक निषिद्ध वस्तु है, जो ‘प्राचीनता’ श्रेणी के अंतर्गत आता है।
अमृतसर के सीमा शुल्क (पी) के आयुक्त राहुल नांगरे ने कहा कि एएसआई से प्राप्त एक रिपोर्ट ने गवाही दी थी कि मूर्तिकला का टुकड़ा गांधार स्कूल ऑफ आर्ट का बुद्ध प्रतीत होता है और दूसरी या तीसरी शताब्दी सीई के लिए अस्थायी रूप से उपलब्ध है।
सितंबर में आईसीपी, अटारी के माध्यम से भारत पहुंचे विदेशी राष्ट्रीयता के एक यात्री को यात्री टर्मिनल पर हिरासत में लिया गया था। जांच के दौरान उनके बैग से बुद्ध की एक पत्थर की मूर्ति बरामद हुई। जांच चल रही है और संबंधित अधिनियमों के तहत कार्रवाई की जा रही है।