पंजाब पराली

दिवाली के बाद पंजाब और हरियाणा की हवा हुई खराब, पराली जलाने के मामले भी बढ़े

दिवाली के बाद मंगलवार सुबह पंजाब और हरियाणा के कई हिस्सों में हवा की गुणवत्ता तेजी से खराब हुई है। केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (सीपीसीबी) के आंकड़ों के अनुसार, हरियाणा के गुरुग्राम और पंजाब के लुधियाना में सुबह 10:10 बजे वायु गुणवत्ता सूचकांक (एक्यूआई) 313 और 269 दर्ज किया गया।

पंजाब में दिवाली पर पराली जलाने के 1019 मामले सामने आए हैं। जो धान की फसल के मौजूदा सीजन में अब तक का सबसे ज्यादा है और जिससे पराली जलाने के मामलों की संख्या बढ़कर 5617 हो गई है। शनिवार को पराली जलाने के 902 मामले दर्ज किए गए।

हरियाणा के अन्य जिलों – फरीदाबाद, चरखी दादरी, भिवानी, अंबाला, बहादुरगढ़, सोनीपत, जींद, यमुनानगर, कुरुक्षेत्र और पानीपत में पटाखों के कारण क्रमशः 311, 301, 291, 241, 279, 9126, 2627, 192 एक्यूआई दर्ज किया गया।

पंजाब में अमृतसर, मंडी गोबिंदगढ़, पटियाला, जालंधर और खन्ना में एक्यूआई क्रमश: 249, 208, 225, 260 और 212 दर्ज किया गया। शून्य से 50 के बीच एक्यूआई को ‘अच्छा’, 51 और 100 के बीच ‘संतोषजनक’, 101 और 200 के बीच ‘मध्यम’, 201 और 300 के बीच ‘खराब’, 301 और 400 के बीच ‘बहुत खराब’ और 401 और 500 को ‘गंभीर’ माना जाता है।

दोनों राज्यों की साझा राजधानी, केंद्र शासित प्रदेश चंडीगढ़ में एक्यूआई 178 दर्ज किया गया। पंजाब सरकार ने दिवाली पर पटाखे फोड़ने के लिए रात 8 बजे से रात 10 बजे तक दो घंटे का समय दिया था। जबकि हरियाणा सरकार ने राज्य में केवल हरे पटाखों की अनुमति दी थी। हरियाणा में कई जगहों पर पराली जलाने के लिए खेतों में आग लगा दी गई है।

क्योंकि धान की कटाई के बाद रबड़ की फसल बोने का समय बहुत कम होता है इसलिए किसानों ने फसल अवशेषों को जल्दी से हटाने के लिए अपने खेतों में आग लगा दी। पंजाब में पराली जलाने के 5,617 मामलों में से 1,311 तरनतारन जिले में, जबकि 1,073 मामले अमृतसर जिले में सामने आए हैं। इसके बाद गुरदासपुर में 565, पटियाला में 460, कपूरथला में 368, फिरोजपुर में 293, जालंधर में 238 मामले दर्ज किए गए हैं.

More From Author

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *