दिल्ली की पूर्व मुख्यमंत्री आतिशी को रविवार को आप विधायकों की बैठक में दिल्ली विधानसभा में विपक्ष का नेता चुना गया। पार्टी नेताओं ने यह जानकारी दी। आप के वरिष्ठ नेता गोपाल राय ने आप विधायक दल की बैठक के बाद आयोजित प्रेस वार्ता में यह घोषणा की। गोपाल राय ने कहा, “आज विधायक दल की बैठक में सर्वसम्मति से निर्णय लिया गया है कि आतिशी दिल्ली विधानसभा में विपक्ष की नेता होंगी।
चुनौतीपूर्ण समय में आतिशी ने मुख्यमंत्री के रूप में दिल्ली के लोगों की सेवा की है। आप एक स्वस्थ विपक्ष की जिम्मेदारी निभाएगी।” आतिशी ने आप प्रमुख अरविंद केजरीवाल और पार्टी के निर्वाचित विधायकों को उनकी जिम्मेदारी के लिए धन्यवाद दिया। प्रेस कॉन्फ्रेंस को संबोधित करते हुए आतिशी ने कहा कि आप यह सुनिश्चित करेगी कि भाजपा महिलाओं से किए गए अपने वादों को पूरा करे। उन्होंने कहा कि नई मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता के नेतृत्व में पहली कैबिनेट बैठक में महिलाओं को 2500 रुपये की सहायता प्रदान करने वाली योजना को लागू करने का निर्णय पारित नहीं किया गया। आतिशी ने कहा, “दिल्ली की जनता ने विपक्ष के तौर पर आप को चुना है और एक मजबूत विपक्ष जानता है कि विधानसभा में लोगों की आवाज कैसे उठाई जाए, आप उस जिम्मेदारी को पूरा करेगी। भाजपा ने कई वादे किए हैं और उनके आधार पर लोगों ने भाजपा को अपना जनादेश दिया है। आप सुनिश्चित करेगी कि वे वादे पूरे हों।सबसे महत्वपूर्ण वादा जो खुद प्रधानमंत्री मोदी ने किया था, वह यह था कि महिलाओं को 2,500 रुपये देने की योजना पहली कैबिनेट बैठक में पारित की जाएगी। पहली कैबिनेट बैठक हो गई है, लेकिन योजना लागू नहीं हुई। आप की जिम्मेदारी भाजपा को जवाबदेह ठहराना है और हम दिल्ली की महिलाओं से वादा करते हैं कि हम सुनिश्चित करेंगे कि महिलाओं को 2500 रुपये मिलें।”
हाल ही में दिल्ली विधानसभा चुनाव में आप को बड़ी हार का सामना करना पड़ा और दिल्ली की 70 सदस्यीय विधानसभा में भाजपा को 48 सीटों के मुकाबले केवल 22 सीटें मिलीं।