पंजाब में शनिवार को पराली जलाने की 2,467 घटनाएं हुईं, जिसमें बठिंडा में सबसे ज्यादा 358 खेत में आग लगी। इनके साथ, लुधियाना स्थित पंजाब रिमोट सेंसिंग सेंटर के आंकड़ों के अनुसार, 15 सितंबर से 12 नवंबर के बीच कुल आग के मामले बढ़कर 43,144 हो गए।
आंकड़ों के अनुसार, पिछले वर्ष की इसी अवधि में फसल अवशेष जलाने की 58,976 घटनाओं की तुलना में यह 27 प्रतिशत कम है। राज्य ने 2020 में इसी अवधि के दौरान 71,091 ऐसी घटनाओं की सूचना दी थी।
शनिवार को पराली जलाने की कुल 2,467 घटनाओं में से, बठिंडा 358 खेत में आग के साथ सबसे ऊपर है, इसके बाद मोगा में 336, मुक्तसर में 256, फाजिल्का में 242, मानसा में 231, फरीदकोट में 200, फिरोजपुर में 186 और बरनाला में 174 है।
आंकड़ों में कहा गया है कि राज्य ने 12 नवंबर को क्रमशः 2020 और 2021 में 1,758 और 3,403 सक्रिय आग की घटनाओं को देखा था।
किसानों ने गेहूं की फसल की बुवाई के लिए खेतों को साफ करने के लिए फसल अवशेषों को आग लगाना जारी रखा। यदि 15 नवंबर तक बुवाई की जाती है, तो गेहूं अधिक उपज देता है।