पंजाब के वित्त, योजना, उत्पाद शुल्क और कराधान मंत्री एडवोकेट हरपाल सिंह चीमा ने गुरुवार को कहा कि 23-24 अगस्त को मंडी गोबिंदगढ़ में विभिन्न जिलों के मोबाइल विंग द्वारा चलाए गए 2 दिवसीय विशेष निरीक्षण अभियान के दौरान 107 वाहनों को कमी के कारण जब्त किया गया है। ई-वे बिल और अन्य आवश्यक दस्तावेज। उन्होंने कहा कि इन वाहनों से ले जाये जा रहे माल के मूल्यांकन के बाद बकाएदारों पर 2 करोड़ रुपये से अधिक का जुर्माना लगने की संभावना है।
आबकारी एवं कराधान मंत्री हरपाल सिंह चीमा, जो यहां अपने कार्यालय में इस अभियान के बारे में मिनट-टू-मिनट जानकारी प्राप्त कर रहे थे, ने कहा कि इस जांच अभियान के दौरान, मोबाइल विंग वाले अधिकारियों को धारा के तहत व्यावसायिक परिसरों और आवश्यक रिकॉर्ड तक पहुंचने के लिए अधिकृत किया गया था। वस्तु एवं सेवा कर (जीएसटी) अधिनियम की धारा 71 ताकि वे सड़क पर चलने वाले वाहनों के अलावा व्यावसायिक परिसरों का भी निरीक्षण कर सकें और आवश्यक अभिलेखों की जांच कर सकें।
इस विशेष चेकिंग अभियान के बारे में जानकारी देते हुए हरपाल सिंह चीमा ने बताया कि 23 अगस्त को पटियाला, लुधियाना के मोबाइल विंग और स्टेट इंटेलिजेंस एंड प्रिवेंटिव यूनिट (SIPU) द्वारा की गई चेकिंग के दौरान 55 वाहन जब्त किए गए, जबकि 52 वाहन जब्त किए गए। 24 अगस्त की दोपहर तक रोपड़, पटियाला और शंभू की मोबाइल विंग उन्होंने कहा कि इन मामलों में नोटिस जारी करने के बाद, डिफॉल्टरों के खिलाफ जुर्माना तय करने के लिए टैक्स इंटेलिजेंस यूनिट द्वारा संबंधित फर्मों और परिवहन किए जा रहे माल की प्रतिक्रियाओं का मूल्यांकन किया जाएगा।
चीमा ने राज्य में कर चोरी रोकने के लिए किए जा रहे प्रयासों पर प्रकाश डालते हुए कहा कि कर विभाग की मोबाइल टीमें 24 घंटे ड्यूटी पर हैं। उन्होंने कहा कि किसी भी स्थान पर बड़े पैमाने पर कर चोरी की सूचना मिलने पर विभिन्न जिलों की मोबाइल विंग का उपयोग कर कर चोरों को पकड़ने के लिए औचक अभियान चलाया जाता है। उन्होंने कहा कि इसके अलावा, जीएसटी चोरी की जांच के लिए टैक्स इंटेलिजेंस यूनिट (टीआईयू) और डेटा माइनिंग विंग द्वारा नवीनतम तकनीकों और सॉफ्टवेयर का उपयोग किया जा रहा है।
राज्य के लोगों को पंजाब को आर्थिक रूप से मजबूत बनाने के इस अभियान का हिस्सा बनने का आह्वान करते हुए वित्त मंत्री हरपाल सिंह चीमा ने कहा कि राज्य के प्रत्येक नागरिक को उसके द्वारा प्राप्त की जा रही वस्तुओं और सेवाओं के लिए बिल अवश्य मांगना चाहिए। उन्होंने कहा कि लोगों को अपनी खरीद के लिए बिल प्राप्त करने के लिए प्रोत्साहित करने के लिए मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान के नेतृत्व वाली पंजाब सरकार द्वारा ‘मेरा बिल’ मोबाइल ऐप भी लॉन्च किया गया है। उन्होंने कहा कि कोई भी व्यक्ति राज्य में कहीं भी अपने द्वारा ली गई वस्तुओं और सेवाओं का जीएसटी बिल अपलोड करके 10000 रुपये तक का पुरस्कार जीत सकता है।