मुख्यमंत्री भगवंत मान के नेतृत्व वाली पंजाब सरकार ने गर्भवती महिलाओं और स्तनपान कराने वाली माताओं को पोषण और स्वास्थ्य की स्थिति में सुधार के लिए 10.40 करोड़ रुपये का वितरण किया है।
इस संबंध में और जानकारी देते हुए सामाजिक सुरक्षा, महिला एवं बाल विकास विभाग मंत्री डॉ. बलजीत कौर ने कहा कि सरकार गर्भवती महिलाओं और स्तनपान कराने वाली माताओं के पोषण और स्वास्थ्य की स्थिति में सुधार के लिए लगातार काम कर रही है।
उन्होंने कहा कि इस योजना के तहत राज्य में कुल 60912 महिला लाभार्थी हैं, जिन्हें अब तक 10.40 करोड़ रुपये बांटे जा चुके हैं और राज्य सरकार ने इस योजना के लिए 36.60 करोड़ रुपये का बजट आरक्षित किया है।
डॉ. बलजीत कौर ने आगे कहा कि पहले लाभ रु. प्रधानमंत्री मातृ वंदना योजना के तहत 19 वर्ष और उससे अधिक आयु की महिलाओं को उनके पहले जीवित बच्चे के जन्म पर तीन किस्तों (1000+2000+2000 रुपये) में 5000/- दिया गया।
लेकिन अप्रैल 2022 समाज के सामाजिक और आर्थिक रूप से कमजोर वर्ग की महिलाओं को मातृत्व लाभ के तहत पांच हजार रुपये की दो किस्तों में दिया जाएगा। यह सहायता गर्भवती महिलाओं और स्तनपान कराने वाली माताओं को विशेष शर्तों की पूर्ति के अधीन उनके पोषण और स्वास्थ्य की स्थिति के उत्थान के लिए दी जाती है।
डॉ. बलजीत कौर ने कहा कि इस योजना के तहत पहले तीन किस्तों में 5000 रुपये का लाभ दिया जाता था, जो अप्रैल 2022 के बाद समाज के सामाजिक और आर्थिक रूप से पिछड़े वर्ग की महिलाओं को मातृत्व लाभ के तहत पांच हजार रुपये की दो किस्तों में दिया जाएगा। पहली किस्त रु.3000/- गर्भावस्था के पंजीकरण पर और जन्म से पहले कम से कम आंगनबाडी राज्य/संघ राज्य क्षेत्र द्वारा अनुमोदित स्वास्थ्य सुविधाओं की पहचान पर एलएमपी की तारीख से 6 महीने के भीतर केंद्र (एडब्ल्यूसी) में चेक-अप और दूसरी किस्त 2000/- रुपये बच्चे के जन्म पर।
पंजीकरण तब योग्य होता है जब बच्चे को बीसीजी, ओपीवी, डीपीटी और हेपेटाइटिस-बी या समकक्ष की पहली खुराक मिलती है। मंत्री ने कहा कि वित्तीय सहायता सीधे लाभार्थियों के बैंक खातों में जमा की जाती है, जिन्हें आधार से जोड़ा जा रहा है